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प्रसिद्ध Tirupati Balaji Laddu का स्वाद शायद अब वैसा न रहे: इसके पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं|

tirupathi balaji laddu controversy

अचानक ऐसा क्या हुआ कि Tirupati Balaji Laddu का स्वाद बदल गया जिस पर हो रहा है देश भर में विवाद

 


सिग्नेचर Tirupati Balaji Laddu Prasadam
सिग्नेचर तिरु लड्डू, जिसे 2014 में, रजिस्ट्रार ऑफ पेटेंट्स, ट्रेडमार्क्स एंड ज्योग्राफिकल इंडिकेशन्स ने Tirupati Balaji Laddu को GI दर्जा प्रदान किया। इसका मतलब यह है कि कोई भी व्यक्ति किसी लड्डू को “तिरुपति लड्डू” नाम देकर नहीं बेच सकता है।इस लड्डू में डाले जाने वाले 10 सामग्रियों में से एक है शुद्ध, सुगंधित और उच्च गुणवत्ता वाला घी। आंध्र प्रदेश में तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर अपने प्रसिद्ध ‘Laddu Prasadam’ के लिए जाना जाता है।

प्रसादम एक विशेष रसोई में तैयार किया जाता है जिसे पोटू के नाम से जाना जाता है, Tirupati Balaji Laddu निर्माताओं द्वारा जो एक विशेष संप्रदाय से संबंधित हैं जो सदियों से यह काम कर रहे हैं। लड्डू बनाने वालों को अपना सिर मुंडवाना पड़ता है और रसोई में रहते समय उन्हें एक ही साफ कपड़ा पहनना पड़ता है।

मंदिर से बाहर निकलते समय मंदिर हर किसी को एक लड्डू मुफ्त देता है, और बड़ी मात्रा में प्रसाद 50 रुपये प्रति लड्डू के हिसाब से खरीदा जा सकता है।


tirupati-laddus प्रसिद्ध Tirupati Balaji Laddu का स्वाद शायद अब वैसा न रहे: इसके पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं|

Tirupati Balaji Laddu, तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसिद्ध  प्रसाद को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें दावा किया गया है कि लड्डू बनाने में बीफ वसा का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस वीडियो ने भक्तों के बीच गहरी चिंता और विवाद को जन्म दिया है।

 

सुधीर चौधरी ने एक्स पार रिपोर्ट्स के साथ पोस्ट किया|

यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक स्थानीय युवक ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो पोस्ट किया। युवक ने दावा किया कि Tirupati Balaji Laddu बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री में बीफ वसा का मिश्रण किया जा रहा है।

“यह हमारी धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है,” युवक ने कहा- “हम भगवान के प्रसाद में बीफ वसा का इस्तेमाल नहीं सह सकते।”

 

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इस वीडियो के वायरल होते ही, Tirupati Balaji Temple के प्रबंधन ने तुरंत एक बयान जारी किया। मंदिर के प्रवक्ता, श्री कृष्णा ने कहा,

“हम इस आरोप को पूरी तरह से गलत मानते हैं। हमारे लड्डू पूरी तरह से शाकाहारी होते हैं और इसमें किसी भी प्रकार की मांस या मांस से संबंधित सामग्री का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।”

मंदिर का इतिहास

Tirupati Balaji मंदिर, जिसे तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर भी कहा जाता है, दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश राज्य में स्थित है। यह मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है, जो विष्णु के अवतार माने जाते हैं। यह मंदिर विश्व के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है और यहां हर साल लाखों भक्त आते हैं। मंदिर का इतिहास हजारों साल पुराना है, और इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है।

 

images?q=tbn:ANd9GcQYLZTzzv1uKF2yXiK0XLvzIEUJMd1oaupiMQ&s प्रसिद्ध Tirupati Balaji Laddu का स्वाद शायद अब वैसा न रहे: इसके पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं|

 

मंदिर की स्थापना के पीछे कई किंवदंतियाँ और पौराणिक कथाएँ हैं। भक्तों के अनुसार, भगवान वेंकटेश्वर ने यहां धरती पर आकर भक्तों के दुखों का निवारण करने के लिए निवास किया। मंदिर में प्रतिदिन लाखों Tirupati Balaji Laddu बनाए जाते हैं, जिन्हें भक्तों को प्रसाद के रूप में वितरित किया जाता है।

 

भक्तों की प्रतिक्रिया

भक्तों की प्रतिक्रिया भी तीव्र रही है। एक भक्त, श्रीमती राधिका, ने कहा,

“मैं हर साल तिरुपति आती हूँ और यहाँ के लड्डू का स्वाद लेती हूँ। यह मेरे लिए धार्मिक अनुभव का हिस्सा है। यदि ऐसा सच है, तो यह बेहद निराशाजनक है।”

दूसरी ओर, कुछ भक्तों ने इस वीडियो को एक भ्रांति बताया। एक भक्त, श्री रवि, ने कहा,

“यह वीडियो केवल धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए बनाया गया है। हमें ऐसे वीडियो पर ध्यान नहीं देना चाहिए।”

 

इस विवाद ने Tirupati Balaji मंदिर और उसके प्रसाद को लेकर भक्तों के बीच चिंता और आशंका पैदा कर दी है। हालांकि मंदिर प्रबंधन ने सभी आरोपों को खारिज किया है, फिर भी यह विषय चर्चा का केंद्र बन गया है। भक्तों का मानना है कि धार्मिक स्थानों को लेकर ऐसी भ्रांतियाँ नहीं होनी चाहिए और सभी को मिलकर मंदिर की पवित्रता की रक्षा करनी चाहिए।

Tirupati Balaji Laadu केवल एक स्वादिष्ट मिठाई है, बल्कि यह भक्तों की आस्था का प्रतीक भी है।

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