शाहरुख खान बॉलीवुड के सबसे बड़े सुपरस्टार हैं। वो बॉलीवुड के पहले ऐसे एक्टर हैं जिन्हें ग्लोबल सुपरस्टार का दर्जा प्राप्त हैं। क्या देश क्या विदेश इनके फैन दुनिया के कोने कोने में हैं। शाहरुख खान ने बॉलीवुड में कदम अपनी फिल्म दीवाना से रखा था जिसमे मुख्य किरदार में ऋषि कपूर,और दिव्या दत्ता भी थे। हालांकि बहुत ही कम लोगों को पता हैं कि शाहरुख ने अपनी पहली फ़िल्म के तौर पर हेमा मालिनी की फ़िल्म दिल आशना हैं साइन की थी लेकिन दीवाना फ़िल्म की शूटिंग पहले हुई थी।
शाहरुख खान एक बहुत ही वर्सेटाइल एक्टर हैं। उन्हें बॉलीवुड में किंग ऑफ रोमांस,बादशाह ऑफ बॉलीबुड और किंग खान के नाम से जाना जाता हैं। इनके सबसे प्रिय निर्देशक यशराज चोपड़ा थे। माना जाता हैं कि इन्होंने ही शाहरुख खान को किंग ऑफ रोमांस बनाया हैं।
शाहरुख खान ने अपने करियर की शुरुवात टेलीविजन में एक सीरियल फौज़ी से की। जिसमे उन्होंने कैप्टन अभिमन्यु सिंह का किरदार निभाया था। इसके बाद उन्होंने एक और दूरदर्शन के टीवी सीरियल सर्कस में भी काम किया। आज शाहरुख खान फ़िल्म इंडस्ट्री में बहोत बड़ा नाम हैं और इस नाम को बनाने में उन्होंने काफी मेहनत की हैं।15 साल की ही उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया। उसके कुछ समय बाद ही इनकी माता का भी इंतेक़ाल हो गया। शाहरुख खान के दादा स्वन्त्रता संग्राम सेनानी थे। माता पिता दोनों के खोने के बाद शाहरुख और उनका परिवार टूट सा गया। फैमिली में सिर्फ उनकी बड़ी बहन फातिमा ही थी जो माँ के बाद उनके बेहद करीब थी। माँ के साथ ही उनके सारे सपने जुड़े हुए थे। शाहरुख अपने कॉलेज के दिनों में एक अच्छे हॉकी और फुटबॉल के प्लेयर थे।
शाहरुख खान अपनी बड़ी बहन के बेहद करीब थे, माँ के जाने के बाद सब कुछ वही थी। एक इंटरव्यू में शाहरुख ने बताया कि वो अपनी माँ को अस्पताल में देखकर अंदर से बहुत टूट चुके थे। अंदर ही अंदर घुट रहे थे सिसक रहे थे। शाहरुख ने बताया कि उन्होंने मौत को लेकर अपनी खुद की थ्योरी बनाई थी। उसके हिसाब से अगर कोई आदमी किसी काम को अधूरा छोड़ देता हैं तो बिना उसे पूरा किये वो इस दुनिया से नही जा सकता। इसीलिए मैं हमेशा अम्मी से कहता था कि दीदी की शादी नही होने दूंगा। खूब शराब पियूँगा,शराबी बन जाऊंगा। लेकिन आखिर जाने वाले को कौन रोक सकता हैं।
उन्हें हमेशा इस बात का मलाल रहा कि उनकी मां उनकी कामयाबी नही देख पायी।