Kolkata Trainee Doctor Murder Case: Teachers’ Day के अवसर पर डॉक्टर की मां ने लिखा भावुक नोट, बताया कैसे समाज की निर्दयता ने उनकी बेटी की मेहनत और भविष्य को बर्बाद किया
डॉ. स्नेहा रॉय, जो Kolkata के एक प्रमुख मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर थीं, को कुछ दिन पहले उनकी कॉलेज के परिसर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। 31 वर्षीय डॉक्टर का शव 9 अगस्त को R.G. KAR Medical College & Hospital के सेमिनार हॉल में मिला था, जिसके बाद पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे थे। इसके साथ ही, डॉक्टरों ने अपने कार्यस्थलों पर सुरक्षा के मुद्दे को लेकर हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया।
Kolkata पुलिस से जुड़े नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को मामले के एक दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अब इस मामले की जांच CBI द्वारा की जा रही है, जबकि विरोध प्रदर्शन जारी रहने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा।
‘सभी साक्ष्य को मिटाने की योजना बनाई गई’
इस बार 5 सितंबर 2024 , Teachers’ Day के अवसर पर एक मां की पीड़ा और दुःख की कहानी के साथ जुड़ गया है। Kolkata में डॉ. स्नेहा रॉय की मां ने शिक्षक दिवस के अवसर पर एक भावुक नोट लिखा, जो न केवल उनके के सपनों की हत्या की दुखद घटना को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि किस तरह समाज की निर्दयता ने एक परिवार को गहरे दुख में डुबो दिया है।
उन्होंने लिखा, “मेरी बेटी अक्सर कहती थी, ‘मुझे धन की कोई परवाह नहीं है। मुझे सिर्फ अपने नाम के साथ अधिक से अधिक डिग्रियां चाहिएं। और मैं जितने ज्यादा मरीजों का इलाज कर सकूं, उतना बेहतर होगा।’
इस नोट में मां ने अपनी पीड़ा को साझा करते हुए बताया कि कैसे उनके बेटी की मेहनत और सपनों को बेरहमी से कुचल दिया गया। उन्होंने लिखा, “मेरी बेटी ने अपनी पूरी जिंदगी शिक्षा और चिकित्सा के प्रति समर्पित की। उसकी मेहनत और संघर्ष ने उसे एक बेहतर डॉक्टर बनने की राह दिखाई। लेकिन समाज की निर्दयता और असंवेदनशीलता ने उसकी मेहनत और सपनों को ध्वस्त कर दिया।”
सुमिता रॉय (डॉक्टर की माँ) ने आगे कहा, “स्नेहा का सपना था कि वह एक दिन समाज की सेवा करे और दूसरों की ज़िन्दगी में सकारात्मक बदलाव लाए। लेकिन उसकी हत्या ने हमें यह सिखाया कि समाज में असमानता, भेदभाव और हिंसा का बोलबाला है। एक युवा डॉक्टर की हत्या ने हमें उसकी उम्मीदों और सपनों की हत्या का गवाह बना दिया।”
डॉ. स्नेहा की दोस्त और सहकर्मी, डॉ. अनुश्री गुप्ता ने भी अपनी संवेदनाएँ व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “स्नेहा एक प्रेरणा थी, जिसने अपनी मेहनत और लगन से सभी को प्रभावित किया। उसकी हत्या ने हमें यह दिखाया कि समाज में कितनी गहरी समस्याएँ हैं। उसकी मौत केवल एक व्यक्तिगत नुकसान नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है।”
डॉ. स्नेहा की हत्या के बाद से Kolkata में कई प्रदर्शन हुए हैं, जिनमें लोगों ने समाज में बढ़ती हिंसा और असुरक्षा के खिलाफ आवाज उठाई है। स्थानीय संगठनों और नागरिक समाज ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
समाजशास्त्री डॉ. विजय कुमार ने इस घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा, “यह घटना समाज में व्याप्त असंवेदनशीलता और हिंसा की एक बानगी है। हमें अपनी सामाजिक संरचना पर ध्यान देना होगा और सुनिश्चित करना होगा कि इस तरह की घटनाएं भविष्य में न हों।”
शिक्षक दिवस के अवसर पर, सुमिता रॉय का नोट समाज को यह संदेश देता है कि केवल शिक्षकों को सम्मान देने से काम नहीं चलेगा; हमें अपने समाज में व्याप्त बुराइयों और समस्याओं को भी समझना और समाधान करना होगा। यह समय है कि हम अपने सामाजिक ढांचे की समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि हमारी आने वाली पीढ़ियाँ सुरक्षित और प्रेरित महसूस करें।
डॉ. स्नेहा की हत्या ने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाती है कि हमें अपने समाज की समस्याओं की ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा। शिक्षक दिवस पर इस दुखद घटना ने हमें एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है: हमें सभी के लिए एक सुरक्षित और न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा।
संक्षेप में:
- Kolkata पीड़िता की मां ने बेटी को डॉक्टर बनाने में मदद के लिए शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।
- उन्होंने बताया कि अस्पताल में सभी सबूत नष्ट करने की व्यवस्था की गई थी।
- 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर का बलात्कार और हत्या कर दी गई थी।